The Department was established in 1956 and is engaged in teaching different styles of Hindustani Vocal Music. Department offers Under Graduate B.P.A. (Eight semesters) and Post Graduate M.A. (Four semesters) programmes. Department also runs various diploma courses especially to motivate young budding artist and school kids towards music. Diploma courses in classical vocal called Prathama, Madhyama, Vid and Kovid of two years each and light music diploma course, called Geetanjali of two years (Junior & Senior) are also available for music lovers. Apart from above, the department also provides research opportunities in the field of Music through M. Phil., Ph. D. and D. Lit. programmes.
गायन विभाग अपने स्थापना वर्ष 1956 से हिन्दुस्तानी गायन की विभिन्न शैलियों के प्रशिक्षण में संलग्न है | विभाग में स्नातक बी.पी.ए. (आठ सेमेस्टर) तथा स्नातकोत्तर एम.ए. (चार सेमेस्टर) के पाठ्यक्रम संचालित हैं | प्रतिभाशाली युवाओं तथा स्कूली बच्चों में संगीत-अभिरुचि उत्पन्न करने के लिए विभाग में दो-दो वर्षों के शास्त्रीय गायन के प्रथमा, मध्यमा, विद तथा कोविद डिप्लोमा पाठ्यक्रम एवं सुगम संगीत के द्विवर्षीय डिप्लोमा – गीतांजली (जूनियर एवं सीनियर) पाठ्यक्रम का भी अध्यापन किया जाता है | इसके अतिरिक्त संगीत में अनुसंधान के अवसर प्रदान करने के लिए एम.फिल., पीएच. डी. और डी. लिट्. शोध-पाठ्यक्रमों का संचालन भी गायन विभाग में किया जाता है |
Faculty Members
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Designation :- Dean & HOD |